Friday, June 6, 2008

अलविदा इंदौर

बहुत खाया , बहुत हँसे , बहुत सोये , अब ये सब छूट जाएगा । आखरी दोपहर इंदौर मे बीत रही है , अब जाने कब आना हो . दिल्ली मे यही सब तो नही है . सब भाग रहे है पेर कोई कही नही पहुच रहा कुछ सुना याद आ रहा है ..
मुश्किल है इस शहर से जाना
जाने कब हो वापस आना
भूल ना जाना , याद ना आना
ये दिल है कितना दीवाना
चार दिनों मे इसने कितने रिश्ते नाते जोड़े l
कोई चिंता नही , सबको अपनी जड़ो मे ही लोटना है .

Tuesday, June 3, 2008

पिता जीवन है , संबल है , शक्ति है
पिता सृष्टि के निर्माण की अभिव्यक्ति है
पिता रोटी है , कपड़ा है , मकान है
पिता छोटे से परिंदे का बड़ा आस्मान है

किसी गुणी कवि की ये कविता सच्ची श्रधांजलि है हर उस पिता को जो अपना सारा जीवन सिर्फ़ अपने बच्चो की अच्छी परवरिश मे बिता देते है . लोग माँ को तो ममता की मूरत कहते रहे पर क्या कभी पिता के खामोश स्नेह , त्याग और परिश्रम को समझ पाए ? माँ का आँचल हमेशा ही जीवन की कड़ी धूप से बचने का स्थान रहा , पर पिता ने तो उस धूप का सामना करना सिखाया है . बाहर की दुनिया केसी है ? जिंदगी मे क्या क्या परेशानियों का सामना करना होगा ये व्यावहारिक ज्ञान का खजाना तो पिता के पास ही है .

Monday, June 2, 2008

PARENTS

LIFE HAS UP AND DOWNS
LIFE HAS TURN AROUNDS
SOMETIMES YOU FEEL YOU HAD QUIT
SOMETIMES YOU FEEL UNFIT
SOMETIMES YOU FEEL YOU’VE FAILED
SOMETIMES LIFE HAS YOU NAILED
BUT IF YOU STOP AND TAKE A STAND
YOU ALL FIND YOUR PARENTS CLOSE AT HAND
THEY LISTEN,SYMPATHIZE AND SHARE
THEY LOVE,THEY UNDERATAND AND CARE
BY THE THINGS THEY DO AND THE THINGS THEY SAY
YOUR WORRIES SIMPLY MELT AWAY
IN DAYS OF DARKNESS AND NIGHT OF FEAR
THEY TEACH YOU SIMPLE LESSONS OF LIFE
THEY TEACH YOU THE VALUE OF SUCCESS AND STRIFE
THEY TEACH YOU HOW TO SPURN THE REST
WHEN YOU FEEL WHAT YOU’VE SAID IS BEST
THEY GIVE YOU ALL THIS AND MUCH MORE
THEY GIVE YOU COURAGE TO RISE AND SOAR
THEY SMILE AND LIFT YOUR SPIRITS HIGH
THEY MAKE YOU LAUGH WHEN YOU THINK YOU’LD CRY
THEY BANISH ALL YOUR FEARS AND DOUBTS
CAUSE THAT’S WHAT PARENTS ARE ALL ABOUT